Punjab University Employees : पंजाब विश्वविद्यालय कर्मचारियों (Punjab University Employees) की 65 वर्ष की आयु पर एक नया अपडेट सामने आया है। गृह मंत्री ने जयपुर के उत्तर क्षेत्र परिषद की बैठक में यूटी प्रशासन के पीयू को केंद्रीय दर्जा देने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है ऐसे में प्रोफेसरों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 से बढ़ाकर 65 वर्ष लागू करने का मामला नया वेतनमान भी अटका हुआ है। प्रोफेसरों की सेवानिवृत्ति का मामला फिलहाल पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में लंबित है और अगली सुनवाई 30 अगस्त को है जिसमें केंद्र सरकार अपना पक्ष रखेगी।
Punjab University Employees की बढ़ेगी रिटायरमेंट उम्र

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) लंबे समय से सेंट्रल यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग कर रही है। इसके लिए पीयू के प्राध्यापकों ने कुलपति को कई हस्ताक्षर अभियान सौंपे थे, ताकि मंजूरी मिलते ही सेवानिवृत्ति की आयु भी बढ़ाई जा सके। यह निर्णय इसलिए नहीं लिया गया क्योंकि मंत्रालय में सीनेट का प्रस्ताव भी पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) में केंद्रीय सेवा नियमों के बारे में एकमत नहीं है।
आपको बता दें कि इसके बाद मामला हाईकोर्ट पहुंचा। वर्तमान में प्राध्यापकों की सेवानिवृत्ति आयु 60 से बढ़ाकर 65 करने का मामला पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में चर्चा पर है जिस पर 30 अगस्त को सुनवाई होनी है जिसमें पीयू को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने पर केंद्र सरकार अपना पक्ष रखेगी। उसके बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। अगर 2022 के अंत तक यहां से राहत नहीं मिली तो 2022 में कई प्रोफेसर 62 साल की उम्र में रिटायर हो जाएंगे। वहीं केंद्र सरकार ने भी 209 करोड़ पर 6 फीसदी सालाना बढ़ोतरी का अतिरिक्त बजट देने से इनकार कर दिया है।
Punjab University Employees बढ़ेगी सैलेरी
वहीं पीयू में 1380 शिक्षकों के स्वीकृत पदों के लिए एक हजार करोड़ से अधिक का प्रस्तावित बजट भी अटका हुआ है। पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (Punjab University Teachers Association) ने भी मांग की है कि पंजाब यूनिवर्सिटी में रिटायरमेंट की उम्र 60 से बढ़ाकर 65 की जाए और सभी को नया वेतनमान दिया जाए इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
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